Friday, October 30, 2020

"महर्षि वाल्मीकि" ने दिया था "राम" को राष्ट्र सञ्चालन का निर्देश

एक क्रौंच पक्षी की निर्मम हत्या से उपजे शोक को श्लोक रूप में व्यक्त कर लौकिक साहित्य का प्रथम और विशाल महाकाव्य रच देने वाले महर्षि वाल्मीकि की दृष्टि  अतिगहन और दूरदर्शी थी।


चतुर्विंशतिसाहस्री  "रामायण" में उन्होंने न केवल  राम का जीवनचरित लिखा बल्कि राम में समाविष्ट उन समस्त गुणों को जनमानस के समक्ष इस इच्छा से रखा कि लोक में उनके जैसा ही नायक,राजा,पुत्र,पिता और पति होना चाहिए!

वाल्मीकि की विद्वता और उनकी दूरदर्शी सोच से श्रीराम इतने प्रभावित थे कि खुद को राष्ट्र संचालन का ज्ञान लेने से नहीं रोक पाए। राम निवेदन करते हुए कहते हैं कि-


त्रिलोकवेत्ता भगवन्! समग्रं,कृतं मया कर्तुमिहेष्यते यत्।

जानात्यतो यत्करणीयमस्तु ,स्वकं निदेशं महितं प्रदेहि।।


अर्थात्- हे भगवन्! आप तीनों लोकों का ज्ञान रखते हैं। जो मैंने किया और जो मैं करना चाहता हूँ, वह सब आपको विदित है। इसलिए अब जो मेरे लिए करने योग्य हो उसके लिए आप मेरा मार्गदर्शन करें।

राजा राम का का विनम्र निवेदन सुनकर महर्षि वाल्मीकि ने मन्द मुस्कान के साथ कहा कि हे राजन!- जो जानने योग्य बातें हैं उनका आभास आपके मानसपटल पर स्पष्ट हो रहा है फिर भी राष्ट्र के ख़ातिर मैं आपको बताता हूँ। सुनिये-

"भवसागर से पार होने के लिए दो नौकाएँ हैं। एक पत्नी और दूसरी प्रशासन। जो राष्ट्र का अधिपति यानि राष्ट्रनायक भी है और पति भी है ,वह एक साथ दो नौकाओं पर नहीं सवार हो सकता क्योंकि दोनों दायित्वों का निर्वहन करने में कोई भी समर्थ नहीं हो सकता।"


(प्रो.आर.बी. द्विवेदी प्रणीत "वाल्मीकिरामीयम्" से उद्धृत अंश..)

-महर्षि वाल्मीकि ने इतने कम शब्दों में कितनी बड़ी और महत्त्वपूर्ण बात कह दी। यदि उनके इस कथन पर विचार किया जाए तो निश्चित रूप से आज के परिप्रेक्ष्य में भी अक्षरशः समीचीन साबित हो रही हैं।

दुःखद है कि देश की जनता का कुछ प्रतिशत प्रधानमंत्री और योगी आदित्यनाथ जी का विरोध यह कहकर कर रहा है कि जिसके पत्नी और बच्चे नहीं हैं, भला वह क्या समझेगा जनता की जरूरतों और भावनाओं को..!


     -बाकी.. फ़िर कभी......

शरदपूर्णिमा एवं वाल्मीकि जयन्ती की
हार्दिक मंगलकामनाएँ🙏💐🙏
                      ✍️अनुजपण्डित

6 comments:

  1. अद्भुत लेख सर👌👌

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  2. अदभुत, बहुत सुंदर💐💐👌👌👌

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  3. लोगो का तो काम ही है आलोचना करना

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  4. वाकई बहुत कुछ सीखने की जरुरत 👌

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  5. बहुत-बहुत धन्यवाद मित्रों!💐

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